What is web publishing? वेब प्रकाशन क्या है?
कोई website तैयार करने तथा उसे पूरा कर किसी host server पर upload करने की प्रक्रिया को web publishing कहा जाता है। Web publishing मुख्य रूप से पाँच चरणों में होती है। Web site तैयार कर उसे Internet पर डालने की प्रक्रिया के निम्न Steps हैं—
1. Domain Name का रजिस्ट्रेशन करना
2. Web hosting
3. Web site design and development
4. Publish and promotion (प्रचार या प्रमोशन)
5. Maintenance (रखरखाव )
01.Domain Name का रजिस्ट्रेशन (DNR – Domain Name Registration):-
किसी website का domain name उसका ऐसा नाम या पता है जिससे internet के user द्वारा उसको पहचाना और देखा जाता है। Web publishing का प्रथम चरण उस web site के लिए domain name तय करता है और किसी web server पर उस domain name को register करना है।
Domain name चुनना : Domain नाम का चयन user स्वयं को करना होता है। यह नाम ऐसा होना चाहिए जो पहले से उपस्थित किसी web site का नहीं होना चाहिए। सामान्य रूप से नाम के अनुसार Company अपने ही Domain name रखती है, अगर नहीं मिलता तो उसके लगभग समान दूसरा Domain name का चयन करती है। Website के लिए domain name का चयन करने से पहले निम्न मुख्य बातों का ध्यान रखना होता है :
- Domain name ऐसा होना चाहिए जो आपकी company या ब्रांड का नाम हो। ऐसा करने से ग्राहक या user को search करने में आसानी रहती है।
- Domain name size में जितना छोटी होगी उतना ही सरल होता है। इसलिए Domain नामों को याद रखने या type करने में आसानी होगी।
- Domain name में Capital letter का प्रयोग कम होना चाहिए क्योंकि Small letter को याद रखना आसान होता है।
- Domain name में hypen (-) या dash (डैश) का उपयोग सामान्यतया नहीं होना चाहिए।
- Domain name में plural word के उपयोग में बचना चाहिए।
- Domain name में Site का पता नहीं चलता अतः अगर Site परोपकारी या संस्था है, तो domain name में .com नाम नहीं लेना चाहिए।
Domain नाम को पंजीकृत करना : Domain name का Registration, Network information centre (NIC) द्वारा की जात है। इस organization का कार्य domain नामों को IP Address में बदलना है।
Domain name manage, domain name allot (आवंटन) करने हेतु Policy बनाना व high level domain को operate करना आदि कार्य Internet Assigned Numbers Authority (IANA) द्वारा किया जाता है। IANA एक समिति जो high level domain को स्वयं पंजीकृत करती है और शेष कार्य को विभिन्न organisations (संगठनों) पर छोड़ देती है। उदाहरण के लिए भारत में Yahoo.Com, Go Daddy.Com, Condidino.Com, Sify.Com, Dotster.Com, Register. Com आदि domain name रजिस्टर संगठन हैं।
2. Web hosting
यह Web publishing का सबसे महत्त्वपूर्ण भाग है। जब user अपनी website का domain name पंजीकरण करवा लेता है और design कर लेता है तब उसे किसी Web Server पर स्टोर करना Web hosting कहलाती है। यह कार्य Web server द्वारा किया जाता है।
3. Web design of development
Website किसी विशेष subject पर information का संग्रह होती है। Website के design से मतलब उसमें उपस्थित web है जो website की सारी सूचना को संग्रहित रखते हैं। तकनीकी रूप से, एक web designer केवल HTML और CSS आदि language का उपयोग करके website interfacedesign करता है व एक web developer, Website design में अगर शामिल होता है तो वह PHP व ASP language का उपयोग कर web script बना सकते हैं।
04. Publish and promotion (प्रचार या प्रमोशन)
Website का प्रचार निम्न विधियों द्वारा किया जाता है
- Radio, T.V. आदि पर विज्ञापन द्वारा ।
- समाचार पत्रों या पत्रिकाओं में विज्ञापन द्वारा ।
- अपनी Site को Search Engine जैसे google और yahoo के साथ जोड़ना ।
- अन्य प्रसिद्ध Websites पर विज्ञापन देना।
- Social Media पर प्रचार प्रसार करना।
5. Maintenance (रखरखाव )
Website की सफलता के लिए यह आवश्यक है कि उसमें Updated New Knowledge एवं latest technology रहे ताकि Interesting रहे, ताकि visiter उस Website को visit करते रहे। इसके लिए Website को लगातार Maintain तथा Update करते रहना चाहिए एवं नयी information डालते रहना चाहिए।