What Is Computer Secondary Memory [कंप्यूटर सेकेंडरी मेमोरी क्या है]
द्वितीयक मेमोरी (Secondary Memory)
Secondary Memory में वह डाटा रखा जाता है जिस डाटा की CPU को वर्तमान में आवश्यकता नहीं होती है, तथा आवश्यकता होने पर इसे मुख्य मेमोरी में कॉपी करके उपयोग किया जाता है। सैकेण्डरी मेमोरी को सहायक मेमोरी (Auxiliary Memory), बाहरी मेमोरी (External Memory), बैकिंग स्टोरेज मेमोरी (Banking Storage Memory) भी कहा जाता है।
Secondary Memory एक परमानेन्ट स्टोरेज मेमोरी (Permanent Storage Memory) है जो प्राइमरी मेमोरी की तुलना में Slow एवं सस्ती होती है। कम्प्यूटर सिस्टम के डाटा को स्थाई रूप से स्टोर करने तथा आवश्यकता होने पर बार बार एक्सेस करने के लिए सैकेण्डरी मेमोरी का प्रयोग किया जाता है। इसकी स्टोरेज क्षमता अधिक एवं डाटा को एक्सेस करने की गति कम होती है।
Secondary Memory एक Non-volatile मेमोरी है जिसमें Store सभी Data व Information, Computer के Power Off होने के बाद भी save रहती है।
Secondary memory, Primary memory की तरह CPU द्वारा Direct Access नहीं होती है। Secondary Memory का Data Access करने के लिए पहले उसे Primary Memory में load किया जाता है फिर Primary Memory से CPU को Data पढ़ने के लिए भेजा जाता है।
सैकेण्डरी मेमोरी के उदाहरण (Examples of Secondary Memory)
1.Magnetic Tape 2.Magnetic Disk 3.Optical Disk
4.Electronic Storage Device/ Flash Memory Device
मैग्नेटिक टेप (Magnetic Tape)
Magnetic Tape प्रयोग टेप रिकॉर्डर की कैसेट के रूप में देखा जा सकता है जिसमें प्लास्टिक के फीते का प्रयोग किया जाता है और उसके फीते पर चुम्बकीय पदार्थ Magnetic Oxide की पॉलिस होती है।
मैग्नेटिक टेप में डाटा क्रमिक (क्रम से) रूप से एक्सेस होता है, अर्थात् सिक्वेन्शियल एक्सेस (Sequential Access) होता है। इसमें डाटा
क्रमबद्ध रूप से ही पढ़ा जाता है। मैग्नेटिक टेप का एक्सेस टाइम बाइट पर सैकेण्ड (BPS) में मापा जाता है।Magnetic Tape में Binary Data को स्टोर किया जाता है।
मैग्नेटिक डिस्क (Magnetic Disk)
यह डिस्क चुम्बकीय पदार्थ की बनी होती है। मैग्नेटिक डिस्क में डाटा रैंडम एक्सेस या Direct Access होता है अर्थात् इसमें डाटा को क्रमबद्ध रूप से पढ़ना आवश्यक नहीं है।
चुम्बकीय डिस्क (Magnetic disk) की भंडारण क्षमता प्रत्येक सतह (surface) पर मौजूद कुल Tracks प्रत्येक ट्रेक पर कुल सेक्टर्स और डिस्क की सतह पर इकाई क्षेत्र में मौजूद बिट्स (Bits) पर निर्भर करती है। Magnetic Disk एक Non volatile Storage Device है । इसमें Data काफी लम्बे समय तक Store रख सकते हैं।
Magnetic Disk Example-
1. Hard Disk
2. Floppy Disk
Optical Disk
इस प्रकार की डिस्क में डाटा स्टोर (Data Store) करने, स्टोर डाटा को Read करने हेतु प्रकाशीय तकनीक (Laser Technology) का प्रयोग किया जाता है। प्रथम Optical Disc 1960 में James T. Russel द्वारा बनाई गई। * ऑप्टिकल डिस्क एक पोर्टेबल (Portable) स्टोरेज डिवाइस है, जिसे एक स्थान से दूसरे स्थान तक आसानी से ले जाया जा सकता है। इसमें डाटा को क्रमबद्ध रूप से अर्थात् सिक्वेन्शियल एक्सेस (Sequential Access) किया जाता है।
आजकल प्रयुक्त हो रहे ऑप्टिकल डिस्क के उदाहरण CD, DVD, Blue Ray Disk आदि हैं।
Electronic Storage Memory Device
पेन ड्राइव (Pen Drive) : इसमें डाटा को कभी भी Read / Write / Delete किया जा सकता है। इसे कम्प्यूटर सिस्टम के USB Port में लगाया जाता है। पैन ड्राइव रि-राइटेबल होती है।
पेन ड्राइव को USB Drive या Thumb Drive या Flash Drive भी कहा जाता है। Pen Drive की डाटा स्टोरेज क्षमता एवं डाटा ट्रांसफर गति CD एवं DVD से अधिक है। यह आकार में छोटी, कम वजन, हैण्डी होने के कारण इसे आसानी से एक से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है। इसलिए यह एक पोर्टेबल डिवाइस है।