what is backup {बैकअप क्या है}

what is backup {बैकअप क्या है}

Data backup भौतिक या आभासी स्थानों में आपके डेटा की अतिरिक्त प्रतियों को भंडारण में आपकी डेटा files से अलग रखने की प्रक्रिया है। सामान्य रूप से Backup data में आपके Server पर Workload करने के लिए आवश्यक सभी डेटा – documents, media files, configuration of registry files, machine image शामिल होते हैं। संक्षेप में कोई भी data जिसे आप रखना चाहते हैं, उसे backup data के रूप में सहेजा जा सकता है।

Backup का मुख्य लक्ष्य डेटा की एक प्रति उत्पन्न करना है जिसे प्राथमिक Data के विफल होने पर पुनः प्राप्त किया जा सकता है।

Failure (विफलता) निम्न प्रकार हो सकती है

जैसे hardware & Software failure, data corruption या मानव द्वारा शुरू की गई। घटना जैसे कि attack (वायरस या मेलवेयर) या किसी accident से data का delete होना।

Loss के मामले में अपने data का backup लेने और सुरक्षित तंत्र स्थापित करने का कार्य जो आपको अपना data पुनः प्राप्त करने की अनुमति देता है इस process को data backup और recovery रूप में जाना जाता है। Data Loss या damage (क्षति) की स्थिति में इसे उपलब्ध रखने के लिए यह Data की प्रतिलिपि बनाता है और preserve (संरक्षित) करता है। Data की recovery उस समय तक कर सकते हैं जिस समय तक Backup लिया गया था। बैकअप (Backup) का सामान्य अर्थ डाटा की प्रतिलिपियों का निर्माण करना है अर्थात् Data Backup की प्रक्रिया द्वारा data की  copy बना ली जाती है ताकि भविष्य में Original data lost या destroy या unusable होने पर इन्हीं प्रतिलिपियों (copies) का उपयोग कर data को पुनः उपयोग में लिया जा सके। यूजर अपने data को system की Hard drive में store रखता है, चूंकि हार्ड ड्राइव भी electronic device है, जब यह Crash हो जाती है तो data भी lost हो जाता है एवं यूजर का महत्वपूर्ण डाटा नहीं मिलता है। इस समस्या से बचने हेतु data की copy बना लेते हैं, जिसमें हार्डडिस्क crash भी हो जाये तो backup द्वारा डाटा पुनः Restore (रिस्टोर) किया जा सके।

User जब कम्प्यूटर पर कार्य करता है, तो कम्प्यूटर में किसी भी task की एक file तैयार होती है जो Data (डाटा) कहलाती है। इस डाटा को इसकी मुख्य जगह के साथ दूसरी जगह कॉपी करके save रखते हैं अर्थात् Computer data की copy जो एक या अधिक जगह प  save रखी जाती है Data Backup कहलाती है। जब कभी System में रखा डाटा Corrupt हो जाए या delete हो जाए तो Backup डाटा को Restore करके प्रयोग में लिया जाता है, इसमें Data loss से बचा जा सकता है। डाटा बैकअप डिवाइस का चयन निम्नलिखित Facts पर निर्भर करता है डाटा की मात्रा जिसे यूजर store करना चाहता है। डाटा बैकअप की स्पीड (Speed), डाटा बैकअप की Cost, डाटा की Security, Backup Reliability

डाटा की उपलब्धता (Availability of data)

उपरोक्त सभी Parameters को ध्यान में रखते हुए ही डेटा बैकअप डिवाइसों का चयन किया जाता है। किसी भी डाटाबेस का बैकअप लेते समय दो महत्त्वपूर्ण Objective होते हैं-

  1. RPO (Recovery Point Objective)
  2. RTO (Recovery Time Objective)

एक RPO अनुमत समय की अधिकतम अवधि है जिससे data को restore किया जा सकता है। RTO, failure (विफलता) की घटना और उस बिन्दु के बीच की समय target (लक्षित) अवधि है जहाँ operations (संचालन) फिर से शुरू होता है। तथा जहाँ तक recovery पूरी हो जानी है उसे Maximum Tolerable Down Time (MTD) कहा जाता है।

Data Backup and Data Copy (डाटा बैकअप एवं डाटा कॉपी)

डाटा का जब बैकअप लेते हैं तो बैकअप में किसी डाटा का इन्क्रिप्ट (Encrypt) करके सुरक्षित जगह पर स्टोर कर दिया जाता है ताकि जब आवश्यकता पड़े तब इस Original data को रीस्टोर किया जा सके। इस डाटा को बैकअप के रूप में केवल Save किया जा सकता है। इसे Open/edit नहीं किया जा सकता। डाटा Copy करने का अर्थ है किसी भी फाइल, फोल्डर या डाटा की प्रतिलिपि बनाना। जब डाटा को copy किया जाता है उसके बाद पुराने सोर्स से उस copy किए गए डेटा को कोई मतलब नहीं होता है, Copy करने के बाद डेटा पूर्णतया सिक्योर (Fully Secure). User अपने डाटा एवं information का securely backup करने हेतु CD-R, DVD-R, Floppy disk, Optical disk, SD card, Flash drive, USB thumb drives, External Drives और Cloud Storage आदि का प्रयोग करता है। इनका अगर सही इस्तेमाल किया जाये तो बड़ी आसानी से महत्वपूर्ण Data को backup कर सकते हैं और जरूरत पड़ने पर इस Data के Backup का इस्तेमाल कर सकते हैं।

Backup Devices

आप अपने data का backup निम्न में से किसी भी device पर ले सकते हैं-

  1. CD and DVD – इस device की क्षमता 1000 MB से लेकर कुछ GB तक होती है। इसका उपयोग घर/व्यक्तिगत उपयोग के लिए किया जाता है। जहाँ User अपने documents, primarily personal और office related papers रख सकता है।
  2. USB Sticks – USB स्टिक आकार एवं लागत में छोटी होती है, लेकिन इनकी Storage capacity बड़ी होती है। आप USB stick पर लगभग 128 GB तक प्राप्त कर सकते हैं। ये Size में छोटी होती है लेकिन transfer speed अच्छी होती है।
  3. USB Drives – इस प्रकार के drive का आकार 500 MB से 2 TB तक होता है और यह संगत होता है और इसमें सामान्य रूप से Backup और recovery sotware शामिल होते हैं। Encryption, Convenient automatic backups cloud backup आदि विकल्प कई models में शामिल है एवं Cost अधिक है।
  4. Solid State Drive (SSDs) – ये hard drive की तुलना में अधिक महँगे हैं लेकिन ये अधिक reliable (विश्वसनीय), Smaller, Faster (तेज) और कम बिजली की खपत करने वाले भी हैं। SSD उन application के लिए आदर्श है जहाँ Speed में सुधार सार्थक है, जैसे कि System file या multimedia production |
  5. NAS (Network-attached storage) – एक नेटवर्क-अटैच्ड स्टोरेज एक file storage device है जो एक सामान्य ईथरनेट connection के माध्यम से Local area Network (LAN) UsersCentralized, Consolidated disk storage करता है। NAS Server वाले Network को रखरखाव और Update के लिए बंद किए बिना हार्ड डिस्क स्टोरेज क्षमता जोड़ने की अनुमति देता है। आप इसे केवल backup के लिए उपयोग कर सकते हैं या आप इसका उपयोग file sharing और multimedia की streaming के लिए भी कर सकते हैं।
  6. SAN (Storage Area Network) – ये आमतौर पर ऐसे devices होते हैं जिनका उपयोग बड़े व्यवसायों के लिए Backup purposes के लिए किया जाता है। ये Storage के लिए high speed के Network की पेशकश करते हैं। सबसे बड़े producers (उत्पादक) EMC Corporation, DELL है।
  7. HDD (Hard Disk Drive) – ऐसी स्टोरेज डिवाइस है जो Home या Business users के लिए प्रयुक्त होती है। यह Portable और attor dable स्टोरेज डिवाइस है।

Types of Backup (बैकअप के प्रकार)

Full Backup (फुल बैकअप)

फुल बैकअप में डाटा का पूरा (full) बैकअप लिया जाता है अर्थात् सिस्टम में पड़ी प्रत्येक फाइल का बैकअप हो जाता है इसमें Backup लेने हेतु सारे files और folders को select किया जाता है। यह backup आमतौर से initial or first backp के हिसाब से प्रयुक्त है जिसके उपरांत incremental और differential backups किया जाता है। वैसे ही कई बार incremental और differential backups करने के बाद ये बहुत ही common बात है कि हम फिर से fresh full backup से शुरुआत करें। Full Backup में अधिक डिस्क स्पेस की आवश्यकता होती है, इसकी प्रोसेस में समय अधिक लगता है। फुल बैकअप को Save करने हेतु SSD, TAP Drive प्रयुक्त होती है। इस प्रकार के Backup में files और folders की पूरी list को एक ही backup set में store किया जाता है। इसलिए भिन्न-भिन्न version के साथ भी full backup आसानी से maintain एवं restore किया जा सकता है। इस प्रकार के बैकअप में समय काफी अधिक लग सकता है क्योंकि यहाँ सभी files का backup किया जाता है। ये incremental और differential backups की तुलना में ज्यादा space consume करता है क्यूंकि यहाँ backup के दौरान exact same files को बार-बार repeately store किया जाता है इस कारण storage की बर्बादी भी होती है।

Full Backup को अलग-अलग versions के साथ भी store एवं maintain किया जाना आसान है। जैसे एक यूजर ने Sunday को बैकअप लिया, फिर Monday को कुछ काम किया एवं Full बैकअप लिया तो यूजर ने चाहे एक ही फाइल पर काम किया हो परन्तु बैकअप फिर से पूरे डाटा का ही लेगा। इस प्रकार से ये उस डाटा का भी बैकअप लेगा जिसका सण्डे को बैकअप लिया जा चुका है। इसलिए फुल बैकअप में समय अधिक लगता है क्योंकि यह पूर्व  में लिए गए डाटा का भी बैकअप दुबारा लेता है।

Incremental Backup (इन्क्रीमेन्टल बैकअप)

इस प्रकार के बैकअप में नए डाटा का तथा उस Data का Backup लिया जाता है, जिसमें पिछले लिए गए Backup के बाद बदलाव हुए हैं अर्थात् आपने पहले Backup लिया उसके बाद जो डाटा नया save किया है एवं किसी डाटा को change या Modify किया है उसी डाटा का बैकअप इस प्रक्रिया में लिया जाता है। इसमें कम समय लगता है एवं Disk space भी कम use करता है। इस Backup में First बार तो सिस्टम का Full Backup लिया जाता है उसके बाद Last Backup के जिस डाटा का बैकअप लेना होता है उसका Backup लिया जाता है।

जैसे—आपने 1 जनवरी को सिस्टम का Full Backup लिया है तो 5 जनवरी को Incremental Backup लोगे तो इसमें केवल उसी डाटा को बैकअप होगा जिसमें 1 जनवरी के बाद change हुआ है या जो 1 जनवरी के बाद नया data store हुआ है। इस प्रकार का बैकअप faster backup हैं एवं इस प्रकार के बैकअप में बहुत ही कम storage space का इस्तेमाल होता है। यहाँ पर storage space का efficient use होता है क्योंकि यहाँ files को duplicate नहीं किया जाता है। इसमें Full backup और differential backups की तुलना में। data restore में काफी कम लगता है क्योंकि पहले full backup restore होता है, फिर इन्क्रीमेन्टल backup रिस्टोर होता है। इस प्रकार के बैकअप में Restores थोड़ा complicated भी होते हैं। जैसे कोई यूजर 1 दिसम्बर 2022 को सिस्टम का Full backup लेता है, फिर 7 दिसम्बर 2022 को Incremental backup लेता है तो इंक्रीमेंटल बैकअप में उसी डाटा का बैकअप लेता है, जो डाटा 1 दिसम्बर 2022 के बाद add हुआ है या उस डेटा में बदलाव हुआ है। यूजर फिर 13 दिसम्बर 2022 को बैकअप लेना चाहे तो उसी डाटा का बैकअप लेगा जो 7 दिसम्बर 2022 को लिए गए बैकअप के बाद add/ change/modify हुआ है।

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