रिश्तों को शब्दों का मोहताज ना बनाइए,अगर अपना कोई खामोश है तो,खुद ही आवाज लगाइए।
जरूरी नहीं की सारे सबक किताबों से ही सीखें,कुछ सबक जिंदगी और रिश्ते सिखा देते है।
हर रिश्ते में अमृत बरसेगा शर्त इतनी है किशरारते करों पर साजिशे नहीं।
वक्त, दोस्त और रिश्ते ये वो चीजें हैं,जो हमें मुफ्त मिलती हैं,मगर इनके बेशकीमती होने का अहसास तब होता है,जब ये कहीं खो जाती हैं।
किसी भी रिश्ते को तोड़ने से पहलेएक बार अपने आप से पूछ जरूर लीजिएगा,कि आज तक उस रिश्ते को निभा क्यों रहे थे।
जो रिश्ता हमको रूला दें,उससे गहरा रिश्ता कोई नहीं,जो रिश्ता रोते हुए छोड़ दें,उससे कमजोर रिश्ता कोई नहीं,बूरे वक्त में भी जो रिश्ता निभाए,उससे बड़ कर रिश्ता कोई नहीं।
रिश्तों का संबंध सिर्फ रक्त से ही नहीं होता,जो मुसीबत में हाथ थाम लें,उससे बड़ा कोई रिश्ता नहीं होता है।
रिश्ता वो नहीं जिसे दुनिया को दिखाया जाए,सच्चा रिश्ता वो है जिसे दिल से निभाया जाए।