सुबह का मतलब केवल सूर्योदय नहीं होता,यह सृष्टि के खूबसूरत घटना है,जहाँ अंधकार को मिटाकर,सूरज नई उम्मीदों का उजाला फैलाता है।
कहते हैं कि एक ग़लतफहमी,अच्छे से अच्छे मित्रों को भी तोड़ देती है,लेकिन वह रिश्ता अच्छा कैसे हुआ,जो एक गलतफहमी से टूट जाता है।
जब गलत पासवर्ड सेएक छोटा सा मोबाइल नहीं खुलता,तो गलत कर्मों सेजन्नत के दरवाजे कैसे खुलेंगे।
स्पष्टीकरण वहाँ देना चाहिए,जहाँ उसे सुनने और समझने वाला एक खुला दिमाग हो,अगर किसी ने आपको गलत मान लिया है,तो उस पर सफाई देने का मतलबखुद को खुद की नजरों में गिराना है।
मान और सम्मान की लड़ाई में,कभी अकेले रह जाओ तो रह लेना,पर किसी के सामने खुद को टूटने ना देना,खुद का सामना करोगे तभी,दूसरों से मान पाओगे।
जो सब्र के साथ इंतजार करना जानते हैं,उनके पास हर चीज,किसी न किसी तरीके से पहुँच जाती है।
परिस्थिति कुछ भी हो डट कर खड़े रहना चाहिए,सही समय आने पर खट्टी कैरी भीबदलकर मीठा आम बन जाती है।
जीवन में सुखी रहने के लिए,दो शक्तियों का होना जरूरी है,पहले सहन शक्तिऔर दूसरी समझ शक्ति।