जब आंखों में अरमान लिया,मंजिल को अपना मान लिया।है मुश्किल क्या आसान क्या,जब ठान लिया तो ठान लिया॥
ईश्वर का दिया कभी अल्प नहीं होता,जो टूट जाए वो संकल्प नहीं होता।हार को लक्ष्य से दूर ही रखना मेरे दोस्त,क्योंकि जीत का कोई विकल्प नहीं होता॥
सफर में मुसीबत आए तो हिम्मत बढ़ जाती है,कोई रास्ता रोके तो जुर्रत बढ़ जाती है।अगर बिकने का इरादा हो तो कम हो जाते है दाम अक्सर,ना बिकने की ठान ली हो तो कीमत बढ़ जाती है॥