Introduction, Development & Characteristics of Computer [कम्प्यूटर का परिचय, विकास एवं विशेषताएँ]
कम्प्यूटर (Computer) शब्द की उत्पत्ति अंग्रेजी भाषा के ‘कम्प्यूट’ (Compute) एवं लैटिन भाषा के ‘कम्प्यूटेयर’ (Computar से हुई है। सामान्यतया दोनों शब्दों का सम्बन्ध गणना या गिनती करने से है। Computer का शाब्दिक अर्थ ‘गणना करने वाला’ है।
कम्प्यूटर को हिन्दी में संगणक या परिकलक अथवा अभिकलित्र कहा जाता है। इन सभी नामों का संबंध गणना करने से है। * कम्प्यूटर (Computer) तीव्र रूप से गणना करने वाली स्वचालित इलेक्ट्रॉनिक मशीन है, जो यूजर द्वारा दिए गए इनपुट को प्रोसेस कर आउटपुट प्रदान करती है एवं इसके द्वारा अंकगणितीय एवं तार्किक गणनाएँ की जाती है।
कम्प्यूटर में गणना करने की क्षमता के साथ तार्किक शक्ति एवं मैमोरी (स्टोरेज) होती है।
विश्व कम्प्यूटर साक्षरता दिवस (World Computer Literacy Day)
विश्व कम्प्यूटर साक्षरता दिवस प्रत्येक वर्ष 2 दिसम्बर को मनाया जाता है।
इस दिवस की शुरुआत 2 दिसम्बर 2001 से हुई ।
यह दिवस (डिजिटल साक्षरता) Digital Literacy एवं Computer Skills (कम्प्यूटर कौशल) को बढ़ावा देने हेतु मनाया जाता है।
कम्प्यूटर साक्षरता को डिजिटल साक्षरता (Digital Literacy) भी कहा जाता है।
कम्प्यूटर का इतिहास एवं विकास (History & Development of Computer)
वर्तमान में प्रयुक्त कम्प्यूटर को आधुनिक स्वरूप प्रदान करने में निम्नलिखित डिवाइसों एवं मशीनों का प्रयोग किया गया था—
अबेकस (Abacus)
अबेकस डिजिटल कम्प्यूटर की तरह गणना के सिद्धान्त पर कार्य करने वाला दुनिया का प्रथम गणक यन्त्र है अर्थात् विश्व का प्रथम गणक यन्त्र अबेकस हैं।
अबेकस को Counting Frame या अबेकस कम्प्यूटर भी कहा जाता है। इसकी खोज बेबीलोन (चीन) में हुई।
दुनिया के सबसे पहले गणक यन्त्र अबेकस को जापान में सॉरोबान (Soroban) कहा जाता है।
नेपियर बोन्स (Napier’s Bones)
इसकी खोज 1617 में जॉन नेपियर द्वारा की गई।
इसके द्वारा किसी गणना (Calculation) के परिणाम को ग्राफिकल (Graphical) फॉर्मेट में व्यक्त किया जा सकता था ।
नेपियर बोन्स को रैबॉलॉजी कहा जाता है। जॉन नेपियर ने लघुगणक प्रणाली का आविष्कार 1614 में किया। स्लाइड रूल एवं लूम (Slide Rule & Loom)
लघुगणक (Logarithm) गणनाएँ करने हेतु स्लाइड रूल का विकास जर्मनी के विलियम ऑटरेड द्वारा किया गया। लूम का आविष्कार जैक्वार्ड लूम द्वारा किया गया।
पास्कलाइन (Pascaline)
विश्व का First Mechanical Calculator (प्रथम मैकेनिकल कैलकुलेटर) फ्रांस के गणितज्ञ, भौतिकज्ञ ब्लेज पास्कल द्वारा 1642 से 1644 के मध्य विकसित किया गया।
इस कैलकुलेटर को Pascline (पास्कलाइन) या Arithmetic Machine (अंकगणित मशीन) या एडिंग मशीन अथवा पास्कल का कैलकुलेटर कहा जाता है।
पास्कलाइन को प्रथम मैकेनिकल एंडिंग मशीन भी कहा जाता है। * पास्कलाइन, ओडोमीटर के सिद्धान्त पर कार्य करता है