How SQL Structured Query Language Works In Hindi
SQL (Structured Query Language) SQL एक Computer programming भाषा है, जिसके द्वारा RDMS (Relational Database) में Structured Data को मैनेज किया जाता है। SQL, RDBMS की एक स्टैण्डर्ड लैंग्वेज है जो किसी Relational database को ऑर्गेनाइज करने, उसमें उपस्थित डाटा को मैनेज करने एवं रिलेशनल डाटा बेस में से डाटा रिट्राइवल हेतु प्रयुक्त होती है। SQL के विभिन्न संस्करण SQL 86, SQL 89, SQL 92 एवं SQL 2003 आदि हैं।
SQL Programming language को पहली बार IBM के शोधकर्ताओं Raymond Boyce and Donald Chaberlin द्वारा डेवलप किया गया था। पहले इसे SEQUEL कहा जाता था, जिसे बाद में बदल कर SQL रख दिया गया।SQL का पूरा नाम Structured Query Language (स्ट्रकचर क्वेरी लैंग्वेज) है। यह एक ANSI (American National Standards Institute) Standard language है। SQL केवल एक डाटाबेस query लैंग्वेज नहीं है, बल्कि अपने आप में एक स्टैण्डर्ड है।
(i) DDL (Data Definition Language)
(ii) DML (Data Manipulation Language)
(iii) DCL (Data Control Language). अधिकांशत Commercial database (कॉमर्शियल डाटाबेस) जैसे Oracle, IBM, Microsoft भी SQL का प्रयोग ही करते हैं। SQL ऑयन सॉर्स जैसे MySQL, Postgres आदि के लिए भी उपयोगी है।
वर्तमान में सभी Relational Database जैसे-MS Access, Oracle a Microsoft SQL Server anf SQL का ही उपयोग करते हैं। SQL का मुख्य उपयोग बहुत बड़े Database को manage (मैनेज) करने एवं उसमें Information डालना निकालना या Delete करना आदि कार्य हेतु किया जाता है।
(1) डेटाबेस भाषा (Database Language) किसी भी System में Database बनाने या maintain (सम्भालना) करने के लिए एक भाषा की आवश्यकता होती है, जिसे Database language कहते हैं। यह भाषा (language) दो प्रकार की होती है-
(i) DDL (Data Definition Language) DDL की Full Form – Data Definition Language है, यह Conceptual Schema को define करने के लिए काम में लिया जाता है तथा इस बात की सूचना भी देता है कि Physical devices में इस प्रकार की Schema को कैसे Implement किया जाता है। कुछ महत्वपूर्ण DDL statement निम्न है- CREATE – Database में object को Create (बनाने) के लिए ALTER Database के Structure (संरचना) में परिवर्तन के लिए उपयोग किया जाता है। इस कमाण्ड का उपयोग किसी टेबल में नया column जोड़ने, delete करने एवं modify करने में करते हैं।
Comment – इसका उपयोग Data dictionary में Comments (टिप्पणी) के लिए किया जाता है। DROP – Database में से Object को हटाने के लिए। RENAME Object के नाम को rename (दुबारा नाम) देने के लिए।
(ii) DML (Data Manipulation Language) DML का पूरा नाम Data Manipulation Language है। यह Language User को Data access या मैनिप्यूलेट (Manipulate) करने की सुविधा देती है। DML Statements के उदाहरण –
1. SELECT – यह Database में से Data को प्राप्त करने हेतु उपयोग लिया जाता है।
2. INSERT – यह Table में Data को जोड़ने (Insert) हेतु उपयोग लिया जाता है।
3.UPDATE
Table में मौजूदा Data को Update करने हेतु उपयोग लिया जाता है। DELETE – यह Table से Records/Data को हटाने
4. (Delete) हेतु उपयोग लिया जाता है। नोटः– Accept एवं Reject DCL भाषा के Statement है। Semi- join Operator पहले किसी relation के गुणों पर एक परियोजना बाद एक जुड़ाव है।
My SQL– MySQL एक Database Management प्रणाली है। यह Relational Database को Manage करने के काम आता है। My SQL के निर्देश (Commands of My SQL) Create Database (डेटाबेस बनाने के लिए) एक नया Database बनाने के लिए इसका उपयोग किया जाता है उदाहरण माना विद्यार्थियों के “STUDENT” नाम का Database बनाना है। तो –
CREATE DATABASE STUDENT; डेटाबेस दर्शाना – My SQL में पूर्व में उपस्थित Database दर्शाने के लिए उपयोग किया जाता है। SHOW DATABASES; Database के साथ काम करने के लिए चयन करना USE DATABASE Name; डेटाबेस का नाम Database को हटाने के लिए DROP DATABASE database-name;
MySQL डेटा के प्रकार
Database की Table में अनेक प्रकार के Data Store हो सकते हैं। जैसे अंकीय डेटा (Numeric Data) – INT, BIGINT, -FLOATA स्ट्रिंग डेटा (String Data) – CHAR, UARCHAR, BINARY, TEXT दिनांक और समय डेटा प्रकार (Data & Time Data types) DATE, TIME, DATETIME, YEAR * डेटाबेस के भीतर किसी नई टेबल का निर्माण करना – CREATE TABLE table_name (list of Columns) किसी Query के where या Having clause के भीतर रखी जाने वाली Query को Sub Query कहा जाता है।
SQL लैग्वेज कई एलिमेंट पर आधारित है। SQL developers की सुविधा के लिए संबंधित डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम में सभी आवश्यक लैंग्वेज कमांड आमतौर पर एक विशिष्ट SQL कमांड लाइन इंटरफेस (CLI) के माध्यम से Execute होते हैं।
Clauses:- Clauses स्टेटमेंट और Queries के कंपोनेंट हैं।
Expressions:–Expressions स्केलर वैल्यू या टेबल को produce कर सकते हैं. जिसमें डाटा के Column और Rows शामिल होती हैं।
Predicates:–ये उस कंडिशन को Specify करते हैं, जिनका प्रयोग स्टेटमेंट और Queries के effect को सीमित करने के लिए किया जाता है, या प्रोग्राम के फ्लो को बदलने के लिए किया जाता है।
Queries: एक Queries दिए गए क्राइटेरिया के आधार पर डेटा को Retrive (रिट्रीव) करती है।
Statements:–Statements से कोई भी ट्रैन्जैक्शन, प्रोग्राम फ्लो, कनेक्शन, सेशन या डायग्नोस्टिक्स को कंटोल कर सकता है। डेटाबेस सिस्टम में SQL स्टेटमेंट्स को क्लाइंट प्रोग्राम से सर्वर तक क्वेरीज भेजने के लिए उपयोग किया जाता है, जहाँ डेटाबेस स्टोर होता है। जवाब में, सर्वर SQL स्टेटमेंट को प्रोसेस करता है और क्लाइंट प्रोग्राम को रिप्लाइ देता है। इससे यूजर्स सरल डेटा इनपुट से लेकर कॉम्प्लिकेटेड क्वेरीज तक आश्चर्यजनक रूप से फास्ट डेटा मैनीप्युलेशन ऑपरेशन की एक विस्तृत श्रृंखला एक्सेक्यूट कर सकते हैं।
SQL Basic domain type
SQL में मुख्य रूप से निम्नानुसार है— प्रयुक्त होने वाले Built in data type
1. Numeric data type (न्यूमेरिक डाटा टाइप) – न्यूमेरिक डाटा टाइप में निम्न प्रकार के डाटा टाइप होते हैं :
(i) Big Int : ये सबसे बड़े size के integer होते हैं इसके लिए आवश्यक स्टोरेज 8 Bytes होता है।
(ii) Int या Integer : यह बड़े size के Integers हेतु प्रयुक्त होता है। इसके लिए आवश्यक स्टोरेज 4 Bytes होता है। (iii) Small Int : size के Integers हेतु प्रयुक्त होता है। इसके लिए आवश्यक स्टोरेज 2 Bytes होता है।
(iv) Tiny Int : यह Unsigned int हेतु प्रयुक्त होता है। ये इन्टीगर्स साइज में अत्यधिक छोटे होते हैं।
(v) Float (M.D.) : फ्लोटिंग पाइन्ट नम्बर्स के लिए। यह केवल साइन नम्बर्स के लिए है। यहाँ पर M उस नम्बर में कुल डिजिट्स है तथा D डेसिबल नम्बर की संख्या है।
2. String data type (String data type) : MYSQL में निम्नस्ट्रींग डेटा टाइप हैं : (i) CHAR (C) : यह डेटा टाइप Fixed length (फिक्स लम्बाई) की स्ट्रींग के लिए है। इसमें स्ट्रींग की लम्बाई है जो यूजर द्वारा दी गई है।
(ii) VAR CHAR (C) : यह Variable (वेरिएबल) लम्बाई की स्ट्रींग के लिए है। यहाँ पर C स्ट्रींग की अधिकतम लम्बाई है जो यूजर द्वारा Specificy की गई है। Date and Time Data type : MySQL में निम्नलिखित Data & time data type होते हैं
(i) Date : इस डेटा टाइप में कोई Date YYYY-MM-DD format के फॉर्मेट (प्रारूप) में स्टोर होती है
जैसे आपकी जन्म दिनांक 26 Feb 1992 है तो यह 1992-02- 26 के प्रारूप में स्टोर होगा। (ii) DATE Time : इसमें Date एवं Hm का संयोजित प्रारूप Store होता है जो निम्नांकित है
YY YY – MM – SS HH : MM: SS यदि 17 अक्टूबर 2021 को सांय 6 बजकर 13 मिनट हो रहे
हैं तो यह 2021-10-17 18:13:00 के रूप में स्टोर होगा। यह 6 की जगह 18 इसलिए लिखा है कि यह 24 घण्टे के प्रारूप में समय बताता है। (iii) Time : इसमें समय HH : MM : SS के फॉर्मेट में स्टोर होता है।
(iv) Year : यह वर्ष को 2 या 4 digit के फॉर्मेट में स्टोर करता है।
Important Command of SQL
★ Select डेटाबेस से डेटा को एक्सट्रैक्ट करता है।
★ Update : डेटाबेस में डेटा को अपडेट करता है।
★Delete : डेटाबेस से डेटा डिलीट करता है।
★ Insert Into : डाटाबेस में नए डेटा को इनर्स्ट करता 1
★ Create Database : एक नया डेटाबेस बनाता है।
★ Alter Database : डेटाबेस को मॉडिफाइ करता है।
★ Create Table : एक नया टेबल बनाता है।
★ Alter Table : टेबल मॉडिफाइ करता है।
★ Drop Table : टेबल को डिलीट करता है।
★ Create Index : एक इंडेक्स (सच कि) बनाता है।
★ Drop Index: इंडेक्स को डिलीट करता है।
★ Erase Table : डेटाबेस से Table को Remove करने हेतु
★ Create Schema : Multiple टेबल बनाने हेतु
★ Grant : किसी other user को विशेषाधिकार प्रदान करते हेतु । Alter Trigger: Trigger Enable/disable