Advantage & Disadvantage of Firewall (फॉयरवॉल के लाभ एवं हानियाँ)
Firewall के तमाम खासियतें हमने जानीं लेकिन इसके कुछ हानियाँ भी हैं। अगर आप अच्छी कम्पनी का Firewal सिक्योरिटी नहीं इस्तेमाल करते तो ये आपके सिस्टम के Resources (रसोर्सेज) जैसे CPU, RAM आदि का अधिक उपयोग करते थोड़ा Slow भी कर सकता है। हुए सिस्टम को सॉफ्टवेयर फॉयरवॉल सिर्फ उसी कम्प्यूटर को Protect करेगा जिसमें फॉयरवॉल Installed हो।
ज्यादातर POs में सॉफ्टवेयर firewalls ही एंटीवायरस के रूप में use की जाती है। Firewalls एक पावरफुल सिक्योरिटी tools होते हुए भी इनके कुछ limitations हैं।
ये आपको बाहरी नेटवर्क से Protect तो करते हैं। लेकिन अगर आपके कम्प्यूटर floppy डिस्क या अन्य इंटरनल माध्यम Backdoor से वायरस, malwares या कोई भी harmful सॉफ्टवेयर सिस्टम में पहुँच जाते हैं तो यहाँ Firewalls आपको Protect नहीं कर पाते हैं।
इस तरह सभी सिस्टम में फॉयरवॉल इंस्टालेशन जरूरी हो जाता है। अगर आप Windows का इस्तेमाल करते हैं तो उसमें ये inbuilt होकर कम्पनी की तरफ से आता है। यूजर उसे अपने हिसाब से भी Configure कर सकता है।
वहीं अगर आप हार्डवेयर डिवाइस का इस्तेमाल करते हैं तो ये एक साथ कई systems को प्रोटेक्ट करेगा। लेकिन बेहतर Performance और सिक्योरिटी के लिए हर दो कम्प्यूटर्स के बीच में एक फॉयरवॉल डिवाइस लगाना सबसे बढ़िया होता है।