डाटा प्रोसेसिंग (Data Processing) दो शब्दों से मिलकर बना होता है?

डाटा प्रोसेसिंग (Data Processing) दो शब्दों से मिलकर बना होता है?

1. डाटा (Data)

2. प्रोसेसिंग (Processing) Data का सामान्यतया अर्थ सूचनाओं (Informations) के एक समूह से होता है तथा प्रोसेसिंग (Processing) का अर्थ किसी भी विशेष परिणाम (Special Result) को प्राप्त करने के लिए किए जाने वाले कार्य से होता है।

डाटा प्रोसेसिंग को निम्नानुसार समझा जा सकता है-

डाटा (Data )डाटा कैरेक्टर एक सेट होता है जिसे किसी विशेष कार्य हेतु इकट्ठा एवं स्टोर (Collect & Store) किया जाता है।अव्यवस्थित तथ्यों और आँकड़ों का संग्रह डेटा होता है। एक कम्प्यूटर में मौजूद text, number, audio, video, document आदि डाटा है अर्थात् डाटा किसी प्रोसेस हेतु एक प्रकार का Raw material होता है।

कम्प्यूटर में Enter किए जाने वाले चिह्न एवं संख्यात्मक सूचना (Symbol and Numeric Information) डाटा कहलाती है

नोट:-डाटा का समूह Record कहलाता है। डाटा प्रोसेसिंग की प्रक्रिया में प्रयुक्त Raw data विभिन्न स्रोतों से प्राप्त structured एवं unstructured डाटा होता है। जैसे Excel,File, Text File, Video clip, database file आदि विभिन्न प्रकार का डाटा ।

डाटा को मुख्यतः निम्नानुसार वर्गीकृत किया गया है- 1. न्यूमेरिक डाटा (Numeric Data) – जो डाटा अंकों (Numbers) के रूप में प्रदर्शित होता है। जैसे—विद्यार्थी के प्राप्तांक, कर्मचारी की Salary, Monthly expenditure of a person (व्यक्ति का मासिक खर्च ) । जैसे—505/-, 15000/- आदि।

2. नॉन-न्यूमेरिक डाटा (Non Numeric Data) – वो डाटा जो अंकीय मान (Numerical Value) के रूप में ना होकर वर्णमाला के अक्षरों (digits of alphabet) को प्रयुक्त करता है।

जैसे— व्यक्ति का नाम स्थान का नाम Manoharpur Soonaram

प्रोसेसिंग (Processing)

कम्प्यूटिंग के अन्तर्गत जब कोई भी कार्य / Task किया जाता है तो उस टास्क या कार्य को होने में शुरू से लेकर आखिर तक की जो

प्रक्रिया होती है उसे प्रोसेसिंग (Processing) कहा जाता है। * प्रोसेसिंग किसी कार्य की शुरुआत से लेकर पूर्ण होने तक के सभी Steps को शामिल करता है अर्थात् कोई भी टास्क शुरू से एण्ड होने तक प्रोसेसिंग में शामिल रहता है।

कोई भी Raw data प्रोसेसिंग के बाद सूचना (Information) परिवर्तित हो जाता है।

डाटा प्रोसेसिंग (Data Processing) डाटा प्रोसेसिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से किसी डाटा का विश्लेषण (Analysis) कर उस डाटा को उपयोगी बनाकर use किया जाता है। 

डाटा Data डाटा प्रोसेसिंग Data Processing सूचना Information कच्चा डाटा (Raw data) या अव्यवस्थित डाटा को अर्थपूर्ण डाटा या व्यवस्थित डाटा में बदलने की प्रक्रिया अर्थात् डेटा को Store करना एवं इसे अर्थपूर्ण सूचना ( Meaningful Information) में बदलना डेटा प्रोसेसिंग कहलाती है।

डाटा प्रोसेसिंग की प्रक्रिया द्वारा डाटा (Data) को अर्थपूर्ण डाटा मेंबदला जाता है। अर्थपूर्ण डाटा को सूचना कहा जाता है अर्थात् Data को Information में बदलने की प्रक्रिया Data Processing कहलाती है। डाटा प्रोसेसिंग (Data Processing) कम्प्यूटर में इस्तेमाल की जाने वाली एक ऐसी प्रक्रिया (Process) है, जिसके अन्तर्गत यूजर Raw डाटा की जाँच करके अपने लिए उपयोगी जानकारियाँ निकालकर उन्हें काम में ले सके।

Computer निर्माण से पहले निश्चित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए Data का Compilation, Collection, Resources और निर्गमन Manual method से होता था, जिसे Data Processing Data Processing की प्रक्रिया में डाटा को विभिन्न चरणों (Many Steps) से गुजरना होता है। डाटा प्रोसेसिंग की प्रक्रिया Raw data से शुरू होती है। रॉ डाटा विभिन्न स्रोतों से प्राप्त Structured एवं Unstructured डाटा होता है। डाटा प्रोसेसिंग के बाद Raw data में से जो Image, Chart, Graph मिलता है उसमें से useful information मिलता है। डाटा प्रोसेसिंग की प्रक्रिया में सर्वप्रथम जो Data इनपुट किया जाता है, उसे Raw data कहा जाता है। इनपुट करने के बाद Raw data को CPU के द्वारा प्रोसेस करके Information में बदला जाता है। इस प्रक्रिया में Raw data को Input एवं Information को Output कहा जाता है।

इस प्रकार की प्रक्रिया में मुख्य रूप से तीन क्रियाएँ होती हैं—

(A) Input Data

(B) Data Processing

(C) Output Data

डाटा प्रोसेसिंग की प्रक्रिया में डेटा को इकट्ठा करना, कंप्यूटर कार्यप्रणाली, 5 कम्प्यूटर का गणना कार्य आदि शामिल है। Technology का विकास हुआ तब इन कार्यों के लिए Computer का उपयोग होने लगा व Data इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से भेजा जाने लगा, इसे Electronic Data Processing (EDP) कहते हैं। Lyons Electronic Office ने 1951 में UK में पहले Business Computer को develop किया था। उस समय Data केवल पेंच किए गये Top या Card के माध्यम से दर्ज किया जा सकता था व

इन पेंच Cards को अलग से बनाने की आवश्यकता होती थी।  Computer जब डाटा को सूचना में बदलता है यानि डाटा प्रोसेसिंग करता है तो वह कई सारी अंक गणितीय गणनाएँ करता है और इन सभी Calculations को करने के लिए वह कंट्रोल यूनिट (CU) और अर्थमेटिक लॉजिक यूनिट (A.L. U.) की मदद लेता है।

 डाटा प्रोसेसिंग (Data Processing) की प्रक्रिया कम्प्यूटर द्वारा ही संपादित होती है, कम्प्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है, इसलिए इसके द्वारा प्रोसेस किए जाने के कारण डाटा प्रोसेसिंग को इलेक्ट्रॉनिक डाटा प्रोसेसिंग (Electronic Data Processing) कहा जाता है। इलेक्ट्रॉनिक डाटा प्रोसेसिंग में डाटा को प्रोसेस करने हेतु Automated Methods का उपयोग किया जाता है। इस प्रकार के डाटा प्रोसेसिंग मैथ्ड द्वारा बहुत कम समय में बहुत बड़े डाटा को प्रोसेस किया जाता है।

इलेक्ट्रॉनिक डाटा प्रोसेसिंग (EDP) का उपयोग इन्टरनेट बैंकिंग, ऑनलाइन रिजर्वेशन आदि में किया जाता है।

डाटा प्रोसेसिंग के चरण (Steps of Data Processing) डाटा प्रोसेसिंग की प्रक्रिया के दौरान डाटा को प्रोसेस करने हेतु विभिन्न चरणों (steps) से गुजारना होता है। ये चरण निम्नानुसार हैं-

1. डाटा संग्रह (Data Collection ) — डाटा को किसी माध्यम से collect किया जाता है जब किसी संस्था या अनुसंधानकर्ता द्वारा कोई डाटा पहली बार शुरू से लेकर अंत इकट्ठा किया जाता है तो ऐसे डाटा को प्राथमिक आंकड़े या प्राइमरी डाटा (Primary Data) कहते हैं और जब उसी डाटा को कोई व्यक्ति दोबारा इस्तेमाल करता है तो उसे द्वितीयक आंकड़े (Secondary Data) या सैकेण्डरी डाटा कहते हैं।

2. डाटा को व्यवस्थित करना (Data Organize) – डाटा को व्यवस्थित करने से तात्पर्य है कि Collect किए हुए डेटा को । की user आवश्यकतानुसार एक निश्चित प्रारूप में Organize करने से है, जैसे- आपने किसी कार्यालय का डाटा इकट्ठा किया, आपको उनमें से 50 + आयु वर्ग का डाटा ही लेना है तो बाकी डाटा को छोड़कर आप 50 + आयु वर्ग वाले डेटा का ही प्रयोग करेंगे।

3. डाटा जोड़ना (Data Combine ) डाटा प्रोसेसिंग की इस Step में एक जैसे डाटा को एक साथ Combine किया जाता है जैसे- किसी कार्यालय के 50 + आयु वर्ग के लोगों को एक जगह एवं अन्य कार्मिकों को एक जगह रखा जाए। 

4. डाटा सॉर्टिंग (Data Sorting) – Data Combine की Process द्वारा डाटा Combine करके उसे बढ़ते से घटते क्रम (Descending order) में लगाना या घटते से बढ़ते क्रम (Ascending order) में लगाना डाटा सॉर्टिंग (Data Sorting) कहलाता है।

5. डाटा मेनिपुलेशन (Data Manipulation) – इस चरण में डाटा में कोई Update करना, कुछ हटाना या कुछ Edit (संशोधन) करना ऐसे कार्य किये जाते हैं।

6. डाटा संक्षेपण (Data Summarization) — डाटा प्रोसेसिंग के इस Last Step में डाटा को Summarization किया जाता है जिसमें पूरे डाटा की जानकारी होती है। इसके द्वारा सम्पूर्ण data को बड़ी आसानी से समझने लायक बनाया जाता है। 

7. डाटा स्टोरेज (Data Storage) – Data Processing की प्रक्रिया के पश्चात् Data की Summary प्राप्त होने पर Data को भविष्य में उपयोग हेतु Store करने के लिए Data Storage प्रयुक्त होता है। इसके द्वारा store किया हुआ डाटा future में use लिया जा सकता है। 8. डाटा प्रजेन्टेशन (Data Presentation ) – Data Store करने के बाद व्यावसायिक दृष्टिकोण हेतु या किसी अन्य विशेष अनुप्रयोग हेतु डाटा का Presentation किया जाता है। डाटा प्रजेन्टेशन में उस डाटा को दिखाया जाता है जो पहले से व्यवस्थित है। नोटः—Processing की प्रक्रिया में कम्प्यूटर डाटा को Manipulate करता है।

डाटा प्रोसेसिंग साइकल (Data Processing Cycle) डाटा प्रोसेसिंग की प्रक्रिया में डाटा को प्रोसेस करने हेतु प्रयुक्त Data Processing Cycle एक Step by Step प्रक्रिया है जिसमें यूजर Raw data को Enter करता है और वो डाटा Process होकर यूजर को output के रूप में प्राप्त होता है।

इस प्रक्रिया में निम्नलिखित Steps प्रयुक्त होते हैं— Storage Data Collection reparation Data Input *Output Storage डाटा प्रोसेसिंग साइकल के विभिन्न Steps को निम्नानुसार परिभाषित किया जा सकता है—

1. डाटा क्लेशन (Data Collection)—Data Processing Cycle का सबसे पहला स्टेप डाटा कलेक्शन है। इस प्रक्रिया में यूजर भिन्न- भिन्न माध्यमों से Raw Data को collect करता है एवं यह भी सुनिश्चित करता है कि जो collect किया गया data है वो विश्वसनीय है या नहीं। डाटा कलेक्शन की प्रक्रिया द्वारा डाटा संग्रह भी किया जाता है।

2. प्रीप्रेशन (Preparation ) – Data collection के बाद Data processing cycle में डाटा preparation की प्रोसेस अपनाई जाती है। इस प्रोसेस में यूजर अपने Raw Data को short एवं filter करते हैं। Raw डाटा पर अपनायी गई shorting एवं filtering की प्रक्रिया द्वारा जो अनावश्यक डेटा (Unnecessary Data) होता है, उसे Remove कर दिया जाता है। नोट: Data preparation को Data Cleaning भी कहा जाता है।

3. डाटा इनपुट (Data Input) डाटा preparation में डाटा को फिल्टर (filter) किया जाता है। इस filter किए गए डाटा को computer में मशीनी भाषा (Machine Language) में Enter किया जाता है। इस प्रक्रिया में Data को Processing करने वाले Program के अनुसार तैयार करते हैं, ताकि Processing के लिए data आसानी से तैयार हो सके।

4. प्रोसेसिंग (Processing) Data Processing Cycle की इस Step में सबसे पहले Input किए गए डाटा की जाँच की जाती है। Data की जाँच करने के बाद Data को अर्थपूर्ण जानकारी (Meaningful Information) के लिए तैयार किया जाता है।

नोट: इस step में डाटा प्रोसेसिंग के लिए मशीन लर्निंग (Machine Learning) एवं आर्टिफिशियल इन्टिलजेन्स (Artificial Intelligence) एल्गोरिथम का use किया जाता है। इनके प्रयोग से यूजर को अच्छा output मिल पाता है।

5. आउटपुट (Output ) — डाटा प्रोसेसिंग साइकल के इस step में प्रोसेस (process) किए गए डेटा का परिणाम (Result) हमें प्राप्त होता है, अर्थात् जो Raw Data Input किया गया था उसकी अर्थपूर्ण जानकारी (Meaningful Information) हमें प्राप्त होती है। इस Output को यूजर अलग-अलग फॉर्मेट में देख सकता है। आउटपुट को देखने हेतु प्रयुक्त ये फॉर्मेट Graph, Table, Audio, Video, Document आदि हैं।

6. स्टोरेज (Storage) जो डाटा आउटपुट के रूप में प्राप्त हो जाता है। उस प्रोसेस किए गए डेटा को भविष्य में उपयोग करने हेतु Store किया जा सकता है। स्टोर किए गए डाटा को यूजर बाद में प्रयोग में ले सकता है। नोट:- Data Processing cycle का सबसे Last Step स्टोरेज (Storage) ही है।

डाटा प्रोसेसिंग मैथ्ड (Data Processing Method) डेटा प्रोसेसिंग (Data Processing) की प्रक्रिया हेतु मुख्य रूप से प्रयुक्त डाटा प्रोसेसिंग मैड निम्नलिखित हैं-

1 मैन्यूअल डाटा प्रोसेसिंग (Manual Data Processing)

2 ऑटोमैटिक / इलेक्ट्रॉनिक डाटा प्रोसेसिंग (Automatic / Electronic Data Processing) मैकेनिकल डाटा प्रोसेसिंग (Mechanical Data Processing) इन डाटा प्रोसेसिंग मैथ्ड का विवरण निम्नानुसार है— प्रोसेसिंग (Manual Data) मैन्युअल डाटा Processing) डाटा प्रोसेसिंग की इस प्रक्रिया में डाटा की प्रोसेसिंग हेतु कोई भी Device या Tool प्रयुक्त नहीं होता है। Data को महत्वपूर्ण सूचना में बदलने की प्रक्रिया में कोई भी Calculations, Logical Operations आदि सब manually किया जाता है। Machines, device एवं tools का प्रयोग न होने के कारण यह Method slow है एवं इसमें त्रुटि होने की Probability (प्रायिकता) या संभावना अधिक होती है। डाटा प्रोसेसिंग की इस प्रक्रिया में डाटा को प्रोसेस करने हेतु किसी व्यक्ति का इस्तेमाल किया जाता है।

इलेक्ट्रॉनिंग डाटा प्रोसेसिंग (Electronic Data Processing) Electronic Data Processing (EDP) —— कम्प्यूटर में डाटा को Electronic या Digital रूप में प्रोसेस किया जाता हैं, जिसे इलेक्ट्रॉनिक डेटा प्रोसेसिंग कहा जाता है। ऑटोमैटिक टूल सॉफ्टवेयर एवं प्रोग्राम का इस्तेमाल करके डेटा प्रोसेसिंग की प्रक्रिया को कम्पलीट करने हेतु Automatic/Electronic Data Processing प्रयुक्त होती है

1. डाटा प्रोसेसिंग की यह प्रक्रिया तीव्र होती है। 2. कम्प्यूटर में ऑटोमैटिक डेटा प्रोसेसिंग का इस्तेमाल किया जाता है। Data Processing Series (डेटा प्रोसेसिंग सीरीज) Data Information Knowledge Wisdom डाटा सूचना जानकारी- विजडम Data (डाटा)—कम्प्यूटर सिस्टम में सभी Alphabet, Number,

ने Image, Sound आदि डाटा के अंतर्गत आते हैं। Information (सूचना) — डाटा को प्रोसेस करके सूचना में बदला न जाता है अर्थात् अर्थपूर्ण डाटा को सूचना कहा जाता है ।

Knowledge (जानकारी) – सूचना की अगली इकाई जानकारी (Knowledge) है, अर्थात् नॉलेज से तात्पर्य Experience (अनुभव) या अध्ययन के माध्यम से परिचित या समझ से है ।

Wisdom – प्राप्त नॉलेज व अनुभव के आधार पर निर्णय लेने की क्षमता अर्थात् Knowledge एवं Experience के Base पर decision लेने की capacity ही wisdom है।

डाटा को किसी भी लॉजिकल सिक्वेंस में Arrange करने नोट:- को Sorting (सॉर्टिंग) कहा जाता है अर्थात् Sorting के द्वारा डाटा को किसी विशेष क्रम में व्यवस्थित किया जा सकता है।

Specification of EDP Reduce Data Delay : EDP के माध्यम से store और manage किए हुए Information को जल्दी से पुनः प्राप्त किया जाता सकता है। * Efficiency : यह User को स्वचालित रूप से और जल्दी से सारांश दस्तावेज (चालान, रिपोर्ट) produce करने की अनुमति देता है। Cost-effective : EDP के माध्यम से Data Management करने की लम्बी अवधि की कुल लागत कम है। Speed and Accuracy : EDP के माध्यम से Data की Processing Speed व Accuracy (शुद्धता) बढ़ गई है।

Less Errors or Mistakes : EDP में बार-बार होने वाली Entries प्रयासों का दोहराव बहुत कम हो जाता है। इलेक्ट्रॉनिक डाटा प्रोसेसिंग के लाभ (Advantages of Electronic Data Processing) इलेक्ट्रॉनिक डेटा प्रोसेसिंग यानी (EDP) मैनुअल तरीकों की तुलना कई गुणा तेज है।

इसके द्वारा आप किसी भी बड़े से बड़े डेटा को आप बहुत तेज गति के साथ और बड़ी शुद्धता से एक सूचना से परिवर्तित कर सकते हैं।

यह मैनुअल गणना की दिक्कतों से छुटकारा दिलाता है।  इलेक्ट्रॉनिक डाटा प्रोसेसिंग से आप बहुत कम लागत में बहुत कम लागत में बहुत ज्यादा डाटा को प्रोसेस कर सकते हैं जबकि मैनुअल तरीके से मेन पावर के साथ काम करने से बहुत सारा खर्चा आएगा। आप छोटी मोटी गणनाओं को तो बहुत जल्दी ही कैलकुलेट कर सकते हैं लेकिन अगर इन गणनाओं की संख्या 200, 2000 या 20000 हो तो आपके लिए इसे तेजी से कैलकुलेट करना सम्भव नहीं है।

यह त्रुटियों को कम करता है और सही Answer देता है। मैनुअल तरीके से डाटा प्रोसेस करने में बहुत समय बर्बाद होता है लेकिन इलेक्ट्रॉनिक डाटा प्रोसेसिंग में बहुत कम समय लगता है। और ज्यादा डाटा प्रोसेस हो जाता है।

इलेक्ट्रॉनिक डाटा प्रोसेसिंग की हानि (Disadvantage of Electronic Data Processing) EDP के दौरान अन्तिम इनपुट में कोई परिवर्तन नहीं किया जा सकता है।

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर सभी प्रकार के डाटा को प्रोसेस नहीं कर सकता है। EDP में सभी प्रकार के डाटा को प्रोसेस नहीं किया जा सकता है। अगर आपके मूल डेटा में कुछ कमियाँ हैं तो आउटपुट की त्रुटिपूर्ण ही प्राप्त होगा।

EDP यूनिट की डेटा प्रोसेसिंग की एक निर्धारित गति होती हैं, जिसको आसानी से बढ़ाया नहीं जा सकता हैं। * अलग-अलग प्रकार के डाटा के लिए अलग-अलग एप्लीकेशन की आवश्यकता होती है।

Data Processing Output Format Data Processing की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद मिलने वाले Output 

निम्नलिखित फॉर्मेट में हो सकते हैं-

(i) Text (टेक्स्ट) – Data Processing Output के इस फॉर्मेट में में आउटपुट ऐसे text के फॉर्मेट में होता है जो आसानी से समझ आ जाए। Readable Format वाले इस text को Word या Notepad file में export किया जाता है।

(ii) Image and Map (इमेज एवं मैप) – यह फॉर्मेट किसी Graphic design एवं Mapping के लिए प्रयुक्त होता है। इस प्रकार के फॉर्मेट में Map की मदद से किसी भी area या Palace का Visualization किया जाता है।

(iii) Chart and Graphs (चार्ट एवं ग्राफ) – इस प्रकार के फॉर्मेट में data processing आउटपुट Charts and Graphs के रूप में होता है। किसी भी Numerical data का Analysis करने हेतु उस data को Graph या चार्ट के फॉर्मेट में रखा जाता है। जैसे—Product Chart, Customer Chart, Sale Chart आदि के द्वारा Data analyze करके किसी भी Business में लाभ लिया जा सकता है।

(iv) Tables (टेबल्स) – इस प्रकार का डाटा फार्मेट Numeric डाटा लिए उपयुक्त होता है, क्योंकि Numeric Data में Digits रो (Row) एवं कॉलम में होते हैं तथा यूजर उस पर कई अलग-अलग ऑपरेशन जैसे—Sorting, Filtering आदि perform कर सकता है।

(iv) Other Formal (अन्य फॉमेट) – इस प्रकार की फाइल्स Software Specified फॉर्मेट में होती है, जिसे Specified Software की मदद से Use किया जाता है।

मैकेनिकल डाटा प्रोसेसिंग (Mechanical Data Processing) + Data Processing के इस Method में डाटा प्रोसेसिंग हेतु Mechanical Device जैसे कि Type Writer, Printer आदि प्रयुक्त होते हैं। Method Data Processing Manual Data Processing की तुलना में Fast और Accurate होती है। ऐसी कोई भी Device जिसकी मदद से Data Processing किया जा सकता है उसे इस Category में शामिल कर सकते हैं।

नोट- 1. मैकेनिकल डाटा प्रोसेसिंग की सटीकता एवं विश्वसनीयता मैनुअल डाटा प्रोसेसिंग की तुलना में बेहतर होती है। 

2. मेनुअल डाटा प्रोसेसिंग की तुलना में इस विधि में त्रुटियाँ कम रहती है।

3. बड़ी मात्रा में डेटा के साथ कार्य करते समय यह विधि उपयुक्त नहीं है।

Data Processing Stage (डाटा प्रोसेसिंग स्टेज) ܀ Data processing में कुल 3 steps (चरण) होती है जो निम्नानुसार है— 

1. Data Input : Data Collection : डाटा कलेक्शन में Raw Data को Collect करके इस Raw Data को इनपुट प्रोसेस के लिए तैयार किया जाता है।

Data Encoding : डाटा एन्कोडिंग की Process में डाटा को कुछ ऐसे Form में Convert किया जाता है जिससे उस Data को Easily Data Processing के लिए भेजा जा सके। Data Transmission : डाटा ट्रांसमिशन में Input Data को Processor में send किया जाता है। Data Communication : डाटा कम्युनिकेशन step एक Processing system से दूसरी ओर ऐसी कई system तक भेजा जाता है।

2. Process : इस स्टेप में Raw डाटा को किसी Data Manipulation तकनीक जैसे—Classification, Sorting, Calculation का उपयोग करके Desired Information में कन्वर्ट किया जाता है।

3. Data Output : Data Processing की Stage Complete होने पर Output Generate होता है। इस आउटपुट को सिस्टम में Store किया जाता है। Application of Data Processing Data Analysis : Data Analysis भी एक प्रकार का Data Processing ही है किन्तु Name भिन्न लगता है। यह एक Data Processing ही है जिसे Name दिया गया है। Data Analysis Statistical Calculation of Accurate Algorithms मदद से Data Processing या Analysis किया जाता है। में Healthcare Industry: Healthcare industry # Data / Information को Quickly Analysis के लिए भी Data Processing Use Business, Manufacturing, Banking, Education, आदि विभिन्न Application हेतु भी Data Processing प्रयुक्त होती है। 

Word Processing—कम्प्यूटर द्वारा टाइपिंग (Typing) का कार्य करना एवं उसे उचित या विधिवत प्रारूप में बाँटना ही वर्ड प्रोसेसिंग कहलाता है। इलेक्ट्रॉनिक डाटा इंटरचेंज (Electronic Data Interchange) EDI का पूर्ण रूप Electronic Data Interchange होता है इस प्रकार के सिस्टम में डाटा को एक कम्प्यूटर से दूसरे कम्प्यूटर में इलेक्ट्रॉनिक रूप में ट्रांसफर किया जाता है।

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