कम्प्यूटर इतिहास एवं विकास के महत्त्वपूर्ण तथ्य एवं व्यक्तित्व
भारत में कम्प्यूटिंग (Computing in India) ܀ भारत में स्थापित प्रथम डिजिटल कम्प्यूटर HEC-2M था, जो इंग्लैण्ड से आयात करके 1955 में भारतीय सांख्यिकी संस्थान (ISI) कोलकाता में स्थापित किया गया।
भारत में निर्मित प्रथम डिजिटल कम्प्यूटर सिद्धार्थ है। भारत में कम्प्यूटर का प्रथम प्रयोग 16 अगस्त 1986 को बैंगलुरू के प्रधान डाकघर में किया गया। जबकि भारत का प्रथम कम्प्यूटरीकृत डाकघर नई दिल्ली में है।
कम्प्यूटर वायरस कम्प्यूटर सिस्टम को नुकसान पहुँचाते हैं। भारत में सर्वप्रथम 1986 में सी-ब्रेन नामक कम्प्यूटर वायरस IBM-PC में देखा गया।
भारत का प्रथम कम्प्यूटर साक्षर जिला मलप्युरम (केरल) है। भारत में प्रथम साइबर ग्रामीण केन्द्र कर्नाटक राज्य में संचालित हुआ।
विश्व की प्रथम प्रोग्रामर (First Programmer of The World)
विश्व की प्रथम प्रोग्रामर लेडी ऐडा आगस्टा है, जिसे एडा लवलेस भी कहा जाता है। इन्होंने एनालिटिकल इंजन के लिए एल्गोरिथम डिजाइन की । द्विआधारी अंक प्रणाली (Binary Number System) के आविष्कार का श्रेय भी लेडी एडा आगस्टा को ही जाता है। सैद्धांतिक कम्प्यूटर विज्ञान एवं कृत्रिम बुद्धि (Theoretical Computer Science & Artificial Intelligence ) सैद्धान्तिक कम्प्यूटर विज्ञान का जनक एलेन टयूरिंग को कहा जाता है।
कृत्रिम बुद्धि ( Artificial Intelligence) का जनक जॉन मैकार्थे को माना जाता है। एलेन टयूरिंग द्वारा भी कृत्रिम बुद्धि के विकास में सहायता प्रदान की गई थी। कृत्रिम बुद्धि (Artificial Intelligence) के साथ अंतरिक्ष में उड़ने वाला पहला रोबोट साइमन (CIMON ) है। CIMON का पूर्ण रूप Crew Interactive Mobile Companion है यह एक हेड- शेष 41 रोबोट है जिसे इंटरनेशनल स्पेस में उपयोग में लिया जाता है। * सूचना राजमार्ग ( Information Highway) की अवधारणा का विकास पांचवी पीढी में हुआ।
पोर्टिंग (Porting)
एक विशेष प्रकार की प्रक्रिया है, जिसके द्वारा सॉफ्टवेयर को एडॉप्ट किया जाता है। पोर्टिंग शाब्दिक रूप से ऐसा अर्थ प्रदान करता है जो सॉफ्टवेयर एवं हार्डवेयर को बदलता है। इस प्रक्रिया के द्वारा एक्ज्क्यूिटेबल प्रोग्राम को कम्प्यूटिंग प्रोग्राम में क्रिएट किया जाता है।
पोर्टिंग प्रोसेस द्वारा सॉफ्टवेयर को एडॉप्ट किया जाता है जिससे एक्सिक्यूटेबल प्रोग्राम को कम्प्यूटिंग प्रोग्राम में क्रिएट किया जा सके। यह डिजाइन किए गए मूल स्वरूप से भिन्न होता है। पोर्टिंग शब्द का अर्थ सॉफ्टवेयर व हार्डवेयर को बदलने से है।
टिपिकल नेटवर्क (Typical Network)
टिपिकल नेटवर्क (Typical Network) ऐसे नेटवर्क होते हैं जिनकी प्रोसेसिंग स्पीड, मेमोरी कैपेसिटी, स्पीड कैपेसिटी, हार्ड डिस्क कैपेसिटी अन्य कम्प्यूटर की तुलना में काफी अधिक होती है। स्पेशल पर्पज कम्प्यूटर (Special Purpose Computer)
स्पेशल पर्पज कम्प्यूटर का प्रयोग किसी एक प्रकार की प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए किया गया है। इन्हें डेडीकेटेड कम्प्यूटर के नाम से जाना जाता है। इस प्रकार के कम्प्यूटर का प्रयोग ग्राफिक इंटेसिव वीडियो गेम्स, ट्रैफिक लाइट कन्ट्रोल सिस्टम, एयरक्राफ्ट में नेवीगेशनल सिस्टम हेतु, सैटेलाइट लॉन्चिग एवं ट्रैकिंग, ऑयल एक्सप्लोरेशन, ऑटोमोबाइल इण्डस्ट्रीज आदि में किया जाता है।
महत्वपूर्ण नोट-
एम्बेडेड कम्प्यूटर (Embedded Computer) विशेष प्रक्रिया के लिए तैयार माइक्रोकंट्रोलर या माइक्रोप्रोसेसर आधारित कम्प्यूटर है जो सेलफोन, कैमरे, Digital Watch आदि में प्रयुक्त होता है।
PDA (Personal Digital Assistant) को पोर्टेबल कम्प्यूटर माना जाता है। माइक्रोप्रोसेसर जिस आवृति पर निर्देशों को क्रियान्वित करता है वह आवृत्ति क्लॉक स्पीड (Clock Speed) कहलाती है। स्मार्च वॉच (Smart Watch)—स्मार्ट वॉच हाथ में पहने जाने वाला आधुनिक कम्प्यूटर है जिसे वॉच फोन भी कहा जाता है। इसमें मोबाइल फोन की तरह सभी सुविधाएँ जैसे कॉल करना, मैसेज भेजना, खेल-खेलना आदि शामिल हैं।
आधुनिक कम्प्यूटर की पूर्ण रूप से खोज 1946 ई. में हुई। पेकमैन कम्प्यूटर खेल के क्षेत्र में प्रयुक्त होता है।